कब है अन्नपूर्णा जयंती, जानें-कैसे करें मां पार्वती की पूजा…

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
आज के जीवन की प्रक्रिया में सभी लोग इतना व्यस्त रहते हैं। कि उन्हें आध्यात्मिक कार्यो के लिए समय नहीं मिलता हैं। क्योकि  आद्यात्मिक जीवन भी मार्ग दर्शन हैं। जोकि हिन्दू धर्म में बहुत सी आध्यात्मिक जयंती होती हैं जिसे मान्यताओं के अनुसार मनाया जाता हैं। जोकि हिंदी पंचांग के अनुसार कल अन्नपूर्णा जयंती हैं। धार्मिक रीतिरिवाज के मुताबिक प्रतिदिन विधि पूर्वक देवी अन्नपूर्णा कि पूजा करने से गृह में आर्थिक समस्या होने पर भी अन्न कि कमी नहीं होगी। हिन्दू शत्रु में भी लिखा हैं कि अन्न का सम्मान और ध्यान रखना चाहिए। और भूल कर भी किसी भी व्यक्ति को अन्न का अपमान नहीं करना चाहिए। सभी को अन्न कि जितनी आवश्यकता हो उतना ही अन्न ग्रहण करना चाहिए। अन्न को बर्बाद करने से माँ अन्नपूर्णा क्रोधित हो जाती हैं। और गृह में लक्ष्मी का रुष्ट होकर जाना। मानो दरिद्रता का प्रवेश करना शुरू हो जाता हैं।

जाने अन्नपूर्णा जयंती कि पूजा विधि:
सर्वप्रथम सभी को देवी अन्नपूर्णा को प्रणाम करे। वैसे भी कहा गया हैं कि साफ सफाई में ही माँ लक्ष्मी का वास होता हैं। और घर कि ग्रहणी को रसोई घर में स्नान कर के ही भोजन को पकाना चाहिए। और फिर साफ सुथरे पके हुए भोजन को देवी अन्नपूर्णा को अर्पित करना चाहिए।
माता को प्रसाद में पुआ-पकवान और भोजन भेंट करें। अंत में आरती अर्चना कर गृह में मां के विराजने की कामना करें। व्रती शारीरिक क्षमता अनुसार दिनभर व्रत रख सकती हैं।