आशा वर्कर्स का जिला मुख्यालय पर विशाल प्रदर्शन

संवाददाता आशीष गुप्ता
रीडर टाइम्स न्यूज़
– भीख नहीं ..अधिकार चाहिए काम का पूरा दाम चाहिए
आल इण्डिया सेन्ट्रल काउन्सिल ट्रेड यूनियन्स एक्ट के 04/01/2022 के प्रस्तावित कारता / प्रदर्शन प्रदेश के आशा कर्मी भयानक गुलामो जैसी परिस्थितियों में कार्य उनके किये गये कामों का न तो उन्हें कोई उचित पारिश्रमिक मिलता है काम लिए जा और न ही कोई पारितोषित ही दिया जा रहा है। अनगिनत कार्य लिए जा रहे है। उनमें कितना प्रतिशत है इसकी कोई पारिदर्शित नही है। इसी प्रश्न पर आंदोलित शाहजहाँपुर की आशा कर्मियों को भ्रष्टाचार में डूबे सी.एम.ओ. इशारे पर उन्हें पुलिसिया कूरता का शिकार बनाया गया ,

कितने काम है जिनका कोई प्रतिशत नहीं है , काम के बोझ से 24 घण्टे आशा / सगिनी न अपने परिवार पाल पा रही है और न ही जीवन चला पा रही है । इनके कार्यकार निर्धारण करने का क्या प्रतिशत मानक है।जिन कार्यों का कोई पारितोषित नही उन कार्यों में नियोजन क्यों आदि प्रश्नलगातार आशाओं पर उठाये जाते रहे है।

किंतु आप व सरकार द्वारा उन्हें निरंतर अनसुना किया जाता रहा है , विगत 24 सितम्बर 2011 को आशा संकतो व राष्ट्रीय महा उनके सवालों की तरफ ध्यान खीचने का प्रयास करें उनको नये कार्यबोध लादने 24×7 कर रही है।शाहजहांपुर के उपनिरीक्षक के विरुद्ध स्त्री मर्यादा पर हमला करने के आरोप में उनके विरुद्ध आपराधिक कृत्य का संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्यवाई की मांग की गई।