Home Breaking News ईस्टर्न पेरिफेरल : सुप्रीम कोर्ट ने कहा उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री का इंतजार क्यों, NHAI करे शुभारंभ
ईस्टर्न पेरिफेरल : सुप्रीम कोर्ट ने कहा उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री का इंतजार क्यों, NHAI करे शुभारंभ
May 10, 2018

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन 31 मई से पहले किया जाए | सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा की हरियाणा और यूपी के शहरों को जोड़ने वाले 135 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री का इंतजार क्यों किया जा रहा है | सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर इस महीने के आखिर तक उद्घाटन नहीं होता है, तो 1 जून से इसे जनता के लिए खोल दिया जाए,
जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि हमें भरोसा दिलाया गया था कि अप्रैल में PM इसका शुभारंभ करेंगे,सुनवाई के दौरान जस्टिस लोकुर ने कहा कि हमें बताया गया था, कि ईस्टर्न कॉरिडोर का काम पूरा हो गया है | उधर, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री से तारीख लेकर जल्द इसका उद्घाटन कराएंगे।

सुनवाई में NHAI ने बताया कि हमने उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री से कहा है| इस पर कोर्ट ने कहा कि अगर वो नहीं करते हैं तो आप क्यों नहीं कर देते, मेहनत तो आप लोगों ने की है | पिछली सुनवाई में आपने कहा था कि अप्रैल में उद्घाटन होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ,मोदी इन दिनों कर्नाटक चुनाव प्रचार में व्यस्त थे और 11 मई को वे नेपाल यात्रा पर रवाना हो जाएंगे।
कुंडली से पलवल तक गाजियाबाद के रास्ते जाने वाला ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे 135 किलो मीटर लंबा है | इस एक्सप्रेस-वे से सफर की दूरी काफी कम हो जाएगी और सफर का समय भी लगभग आधा हो जाएगा |
पीएम मोदी 26 मई को भारत के पहले 14 लेन के दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का उद्घाटन एक रोड शो के जरिए करेंगे. दिल्ली मेरठ हाइवे का पहला चरण निजामुद्दीन से यूपी गेट तक हैं |
ईस्टर्न पेरिफेरल की वजह से पलवल से कुंडली के बीच सफर का सफर आधे से भी कम समय में पूरा होगा। एनएचएआई ने इसे कापी अच्छे डेकोरेट किया है। इस पेरिफेरल पर 28 रंगीन फाउंटेन के साथ इंटरचेंज पॉइंट्स लगाए गए हैं। साथ ही इसके किनारे पर फेंसिंग लगाई है ताकि कोई जानवर इसपर न चढ़ पाए। अभी स्ट्रीट लाइटें लगाने का काम यहां जारी है। उल्लेखनीय है कि शीर्ष अदालत ने 2005 में केन्द्र से कहा था कि दिल्ली के चारों ओर जुलाई 2016 तक एक नए एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाए ताकि राष्ट्रीय राजधानी में वाहनों की भीड़ कम की जा सके।