आज के दिन सभी महिलाओ को रहता हैं चाँद निकलने का बेसब्री से इंतजार ; जाने चंद्रोदय टाइम

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
पति की लंबी उम्र की कामना से करवा चौथ का व्रत रख रही सुहागिन महिलाएं रात में चांद देखकर अपना व्रत खोलती हैं. इसलिए पूरे दिन बिना खाए-पिए रहने के बाद चांद के निकलने का इंतजार बहुत बेसब्री से रहता है. सभी के मन में यह जानने की इच्‍छा रहती है कि करवा चौथ का चांद किस समय निकलेगा. हिंदू पंचांग में भले ही चंद्रोदय का एक निश्चित समय बताया गया है लेकिन देश के राज्‍यों में बारिश और बादलों के कारण सभी जगह चंद्रमा अलग-अलग समय नजर आएगा. ऐसे में चंद्रमा न दिखने पर भी कुछ खास उपाय करके करवा चौथ व्रत खोला जा सकता है.

करवा चौथ व्रत पर चंद्रोदय समय :
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखे जाने वाले करवा चौथ व्रत को खोलने के लिए चंद्र दर्शन बहुत जरूरी है. हिंदू पंचांग के अनुसार आज 13 अक्‍टूबर को करवा चौथ का चांद रात 8 बजकर 16 मिनट पर उदय होगा. चंद्रमा निकलते ही छलनी से चांद को देखें और फिर अपने पति का चेहरा देखें. चंद्रमा को अर्ध्‍य दें, पूजा करें और अपने पति को लंबी आयु देने की प्रार्थना करें. सासू मां का आशीर्वाद लें और फिर पति के हाथ से पानी पीकर करवा चौथ का व्रत खोलें. वहीं चंद्र दर्शन से पहले शाम को करवा चौथ की पूजा करें इसके लिए सबसे अच्छा मुहूर्त 13 अक्टूबर की शाम को 5 बजकर 54 मिनट से लेकर 7 बजकर 09 मिनट तक है.

करवा चौथ पर करें सोलह श्रृंगार :
करवा चौथ व्रत के दिन सोलह श्रृंगार का बहुत महत्‍व है. इस दिन चौथ माता की पूजा की जाती है. लेकिन श्रृंगार से पहले मां गौरी को प्रणाम करें और फिर तैयारी करें. करवा चौथ के श्रृंगार मेहंदी और आलता का बहुत महत्‍व है. इस दिन हाथ-पैर में मेहंदी और आलता लगाएं. इसके अलावा लाल रंग का शादी का जोड़ा या अन्‍य कोई पारंपरिक ड्रेस पहनें. माथे पर सिंदूर सजाएं. मंगलसूत्र और बिछिया जरूर पहनें. बेहतर होगा कि चंद्र को अर्घ्य देते समय विवाह के समय की चुनरी धारण करें. ऐसा करना जीवन में सौभाग्‍य लाता है और पति-पत्‍नी के बीच प्‍यार बढ़ाता है.