देश के अलग- अलग प्रांतों में : अलग – अलग नामों से जाना जाता ये त्यौहार ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
साल 2023 में मकर संक्रांति 14 जनवरी शनिवार के दिन मनाई जाएगी. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता हैं , इस दिन लोग स्नान आदि करके सूर्य को अर्घ्य देते हैं साथ ही दान-पुण्य भी करते हैं. सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से शुभ कार्य, विवाह आदि मंगलिक कार्यक्रमों की भी शुरुआत हो जाती है.

सूर्यदेव का मकर राशि में प्रवेश करने से न केवल राशियों पर इसका असर होता है, ब्लकि पूरे वातावरण में इसकी सकारात्मकता दिखाई देती है. मकर संक्रांति देश भर बड़े धूमधाम के साथ मनाई जाती है. देश के अलग- अलग प्रांतों में इसे अलग- अलग नामों से जाना जाता है. कुछ लोग इसे खिचड़ी, पोंगल और उत्तरायण नाम से जानते हैं. इस दिन यदि कोई भी व्यक्ति दान-पुण्य करता है तो इसके लाभ प्राप्त होते हैं. इस साल मकर संक्रांति का शनिवार के दिन पड़ रहा हैं. आइए जानते हैं कि इस दिन किन चीजों का दान करना चाहिए.

उड़द की दाल:
ज्योतिष शास्त्र में उड़द की दाल का संबंध शनिदेव से माना गया है. यदि आप शनि दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आप किसी जरूरतमंद को उड़द की दाल दान दे सकते हैं.

काले तिल का दान:
मकर संक्रांति के दिन आप काले तिल का भी दान कर सकते हैं. माना जाता है कि काले तिल के दान से भी कुंडली से शनि दोष दूर होता है.

काले कपड़े या कंबल का दान:
ज्योतिष के अनुसार यदि आप मकर संक्रांति के दिन काले कपड़े या कंबल का दान कर सकते हैं. यदि आप किसी जरूरतमंदों को काले कपड़े या कंबल दे रहे हैं तो आपको निश्चित ही अच्छे परिणाम मिलेंगे.

लोहे का दान:
मकर संक्रांति शनिवार को है यदि आप इस दिन लोहे या लोहे की बनी वस्तुओं का दान करते हैं तो यह भी आपके लिए लाभकारी साबित होगा.

मकर संक्रांति की पौराणिक कथा:
माना जाता है कि इस दिन सूर्यदेव अपने पुत्र शनिदेव के घर प्रास्थान किया था. इस लिए मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. इसके साथ ही एक कथा यह भी है कि भगवान विष्णु ने असुरों का संहार करके विजय प्राप्त की थी, इसलिए मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है.