सिधौली में ग्राम दुर्गापुर में श्रीमद्भागवत कथा व रामकथा की अमृत वर्षा से भाव विभोर हुए श्रद्धालु ,

संवाददाता मोहित श्रीवास्तव
रीडर टाइम्स न्यूज़
परमात्मा जन्म नहीं लेता बल्कि अवतरित होता है। उसके समस्त सांसारिक सम्बंध एक निमित्त मात्र होते हैं। यह बात ग्राम दुर्गापुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम सत्र में कथा-व्यास वेद प्रकाश महराज ने कही। उन्होंने श्रीमद्भागवत के श्लोकों की व्याख्या करते हुए कहा कि वास्तव में अंधकार बाहर नहीं बल्कि हमारे भीतर है। इस अंधकार को दूर करना ही हमाराअभीष्ट है और इसके लिए हमें परमात्मा को अपने भीतर स्थापित करना पड़ेगा। उन्होंने श्रीमद्भागवत का महात्म्य बताते हुए कहा कि यह कथा भक्त को भगवान से जोड़ती है और भगवान को उनके हृदय में स्थापित कर देती है। इस अवसर पर रंजीत सिंह , श्यामलाल यादव , सत्यपाल यादव , आकाश सिंह , बलवंत सिंह , हरिशंकर यादव , बलवंत सिंह , प्रदीप यादव , छँगा सिंह सहित सैकड़ों श्रोता उपस्थित रहे।