हरदोई नुमाइश मेला में मंचित हो रही ऐतिहासिक रामलीला

शिवधीश त्रिपाठी
रीडर टाइम्स न्यूज
हरदोई नुमाइश मेला में मंचित हो रही ऐतिहासिक रामलीला मैदान मे कैकेई ने दशरथ से अपने वरदान में राम को 14 वर्ष का वनवास और अपने बेटे भरत को अयोध्या की राजगद्दी की मांग की , वनवास निषाद मिलन के केवट संवाद भारद्वाज मिलन सुमंत वापस माता केकेई महाराज दशरथ से अपने देवासुर संग्राम के समय के रखे हुए दोनो वरदान को मांग कर राम जी वन मे भेजती है वन में राम जी को निषाद राज मिलते हैं स्वागत करते हैं सैन करते है कुछ समय बाद भगवान राम जी केवट को बुलाते है गंगा के पार जाने को बोलते है केवट भगवान राम जी के चरण धो कर नौका में बिठा कर राम जी लक्षण जी जानकी जी तीनो को पर कराता है पार होने के बाद भगवान श्री राम आगे की ओर जाते है, वहां पर संत भारद्वाज जी से मिलन होता है अनेकों प्रकार के कंद मूल फल संत जी भगवान को खिलाते है उसके बाद संत जी से आज्ञा लेकर भगवान राम जी चित्रकूट में जाते है वहां विश्राम करते है उधर सुमंत जी अयोध्या को लौटते है बड़े दुखी होते हैं इस मौके पर श्री कृष्ण अवतार दीक्षित प्रेम शंकर द्विवेदी अमित बाजपेई मनोज शुक्ला पुनीत द्विवेदी प्रमोद मिश्रा संजय शुक्ला  मुनेंद्र सिंह एवं गणमान्य नागरिक पुरुष महिलाएं बच्चे बड़ी संख्या में मौजूद रहे .