क्या इस बार शाहाबाद में भाजपा मारेगी बाज़ी – हवा कुछ बदली – बदली सी !

श्यामजी गुप्ता , संवाददाता                                                                                                                                                                                रीडर टाइम्स 

शाहाबाद,हरदोई। निकाय चुनाव का नामांकन होने के बाद चौराहों, तिराहों, गांव,गली-कूंचों सहित प्रमुख स्थानों पर गणमान्य लोगों द्वारा की जा रही चर्चा पर आधारित सर्वे के मुताबिक निकाय चुनाव तीन बातों पर निर्भर करता है :- व्यक्तित्त्व,व्यवहार और व्यक्तिगत होने की संभावना बन रही है।

बात करें तो बसपा से पवन रस्तोगी, सपा से निवर्तमान चेयरमैन नसरीन बानो व भाजपा की टिकट पर संजय मिश्र ही मुख्य उम्मीदवार हैं। सत्ता दल का प्रत्याशी अपनी भरपूर मेहनत तथा मोदी-योगी द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की दम पर चुनाव मैदान में उतरे हैं । 19 अप्रैल को स्थानीय स्तर पर मीडिया कर्मियों द्वारा किये गए सर्वे के अनुसार भाजपा और सपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। अध्यक्ष पद के चुनाव में लोगों की पसंद कौन होगा, यहां के वोटरों ने अभी से मन बना लिया है। नगर पालिका के 25 वार्डों मे लगभग 88 हजार वोट है। जिनमें हजारों की तादात में युवा वर्ग परिवार की आजीविका के लिए दिल्ली नोयडा,हरियाणा पंजाब सहित अन्य शहरों सहित विदेशों में भी रहकर काम करते हैं।

बीजेपी खाता खोलने के लिये तो सपा प्रत्याशी छठवीं बार जीत के लिये जीजान से जुटे

वैसे तो नगर निकाय के अध्यक्ष पद के चुनाव में बीजेपी की प्रतिष्ठा इस बार दांव पर लगी हुई है। क्योंकि प्रदेश हाईकमान की ओर से क्षेत्रीय मंत्री को जीत की जिम्मेदारी सौंपी है। बीजेपी यहां से नगर निकाय के अध्यक्ष पद का चुनाव एक बार भी नही जीत पाई है। यहां अध्यक्ष पद पर पिछले 26 सालों से पूर्व विधायक आसिफ खां और उनकी पत्नी ही काबिज हैं,हैंकिन इस बार मतदाताओं के बदले मिजाज से परिवर्तन के कयास लगाए जा रहे हैं ।