आवास के लिए दर-दर भटक रहे पात्र – अपात्र लोगों की बल्ले बल्ले ,

संवाददाता ब्यास मौर्य
रीडर टाइम्स न्यूज़
बेनीगंज / प्रदेश में जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिकंजा कसने पर जोर दे रहे हैं वही भ्रष्टाचार और भी चरम सीमा पर बढ़ता जा रहा है। और प्रदेश में कुछ भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। भ्रष्टाचारियों ने (जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत को आखिरकार सच साबित ही कर दिया है। बताते चलें की मामला कोतवाली बेनीगंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम उलजा का है जहां की रहने वाली स्नेह पत्नी चुन्नीलाल ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका आवास आया हुआ है और पीड़ित का मकान भी कच्चा बना हुआ है लेकिन सेक्रेटरी साहब ने पीड़ित स्नेह पत्नी चुन्नीलाल से आवास देने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं पीड़ित ने गरीबी के चलते सेक्रेटरी के सामने रुपए देने से इंकार कर दिया। और गिड़गिड़ाता रहा। लेकिन सेक्रेटरी साहब ने पीड़ित की एक न सुनी। सेक्रेटरी ने जांच में पीड़ित स्नेह के पुत्र का 10×10 का कमरा दिखाकर अपात्र करार कर दिया। वही गांव की रहने वाली विनीता पत्नी रोहित अवस्थी को उसी सेक्रेटरी के द्वारा आवास का लाभ दिया गया जबकि विनीता का मकान मयप्लास्टर सहित 6 कमरे पहले से ही बने हुए हैं। और चार पहिया गाड़ी आदि सुविधाओं से लैस हैं। जिन्हें सेक्रेटरी ने पैसे लेकर पात्र की श्रेणी में शामिल कर लिया है। पीड़ित ने बताया की गांव का पंचायत मित्र दीपू अवस्थी प्रभावशाली एवं दबंग प्रवृत्ति का व्यक्ति है जिसने दबंगई के बल पर अनियमित ढंग से पात्रों को अपात्र व अपात्रों को पात्र कराने में भारी खेल खेला है जोकि उपरोक्त लाभार्थी विनीता पत्नी रोहित अवस्थी का चचेरा भाई है। पीड़ित ने बताया कि वह जिलाधिकारी को अपनी समस्या को लेकर प्रार्थना पत्र दे चुका है और प्रशासन से सही जांच कर कार्यवाही करने तथा आवास दिलाए जाने की मांग की है।