आचार्य प्रमोद कृष्णम कॉंग्रेस से बाहर !

रिपोर्ट – डेस्क रीडर टाइम्स

प्रमोद कृष्णम का बड़ा आरोप ,कॉंग्रेस में रहने का मतलब चमचागिरी !

कॉंग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी से छह साल के लिए बाहर किया !


कॉंग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को बाहर का रास्ता दिखा दिया हैं। कॉंग्रेस के इस कार्यवाई पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा भगवान् राम को भी 14 साल के लिए वनवास भेजा गया था। पिछले कुछ दिनों से कॉंग्रेस के दिग्गज नेताओ पर निशाना साधने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कुछ दिनों पहले पीएम मोदी से मुलाकात की थी। कुछ दिनों से अटकले लगाई जा रही थी की आचार्य कृष्णम भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसी बीच कॉंग्रेस ने ही बाहर का रास्ता दिखा दिया हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम पार्टी से निष्कासित होने के बाद कॉंग्रेस पदाधिकारियों पर बड़ा हमला बोला कहा की वह पार्टी नेतत्व का कॉंग्रेस से मुक्ति देने का फरमान जारी करने पर आचार जताते हैं। केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खरगे यह बताए की ऐसी कौन सी गतिविधिया हैं जो पार्टी के विरोश में थी। उन्होंने शनिवार देर रात पत्रकारों और मीडिया से कॉंग्रेस पार्टी से चिट्टी जारी होने की जानकारी मिली। उन्होंने कहा की प्रियंका गाँधी के साथ और भी बड़े नेताओ का अपमान हुआ हैं। कॉंग्रेस पार्टी की बर्बादी राम मंदिर या कल्कि धाम से नहीं हुई हैं। बड़े नेताओ के गलत फैसले इसका कारण हैं।

अयोध्या गए थे आचार्य कृष्णम – बता दे की रामलला की प्राण -प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को कॉंग्रेस के दिग्गज नेताओ ने ठुकरा दिया था। हालाँकि आचार्य प्रमोद कृष्णम पार्टी के इस फैसले का विरोध करते हुए अयोध्या पहुंचे थे।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा , जब पार्टी ने हिन्दू धर्म का विरोध किया और उसे मैने गलत बताया तो पार्टी ने अपना चेहरा दिखा दिया। कहा की राम और धर्म से बड़ा कोई नहीं हैं। अब जो होगा वह इतिहास में लिखा जाएगा।