बिना पैसे खर्च किए अच्छा आनंद मिलता हैं – लखनऊ घंटाघर का फाउंटेन !

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क

लखनऊ का घंटाघर भारत का सबसे ऊँचा घंटाघर हैं इसे ब्रिटिश वास्तुकला के सबसे बेहतरीन नमूनों में माना जाता हैं। इस घंटाघर को 1881 में नवाब नसीर उद्दीन हैदर ने सर जार्ज कपूर के स्वागत में बनवाया गया था। जो कि सयुक्त राज्यों के पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर थे। इस घंटाघर को 1.75 लाख रूपये कि लगत से बनवाया गया था। 1887 में इसका निर्माण पूरा हुआ था।

लखनऊ में लोग नवाबियत को महसूस करने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक लखनऊ घूमने आते हैं। ऐसे में इन लोगो को रिझाने के लिए लखनऊ में पर्यटक स्थलों का विकास किया जा रहा हैं। हाल में ही घंटाघर पार्क में पार्क म्यूजिकल फाउंटेन लगाया गया हैं। जो इन दिनों लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं।

दरअसल , लखनऊ का यह शो लेजर लाइट और रंग – बिरंगे पानी के फव्वारों के जरिए एक कला पेश करता हैं। इसकी भव्यता न सिर्फ बच्चो को बल्कि बड़ो कि भी खूब पसंद आ रही हैं। शाम के समय यहाँ लोगो कि महफ़िल सजने लगती हैं यहाँ लोग फाउंटेन के साथ म्यूजिक का भी आनंद लेते हैं।

मुफ्त में शो – इस शो में फाउंटेन के पानी के साथ -साथ विभिन्न गीतों का भी संग्रह हैं जो लोगो का मनोरंजन करता हैं यह शो रोज शाम 7:45 बजे चलता हैं और लगभग 30 मिनट तक चलता रहता हैं। इस शो कि ख़ास बात यह हैं कि यहाँ बिना पैसे खर्च किए अच्छा आनंद मिलता हैं जबकि लोग दूर – दराज से इस शो को देखने आते हैं पुराने लखनऊ के बेहतरीन जायकों का आनंद लेने के साथ -साथ फाउंटेन शो का भी लुफ्त उठाते हैं।