हस्तरेखा शास्त्र विज्ञान क्या हैं ?

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क


हस्तरेखा विज्ञानं प्राचीन ऋषयो द्वारा दुनिया को दिया गया एक उपहार हैं। हस्तरेखा विज्ञानं जिसे हस्तरेखा पढ़ना या कइरोमेसी भी कहा जाता हैं। लोगो के हाथो को द्केहकर उनके बारे में जानने का एक विशेष तरीका हैं। ज्योतिष विज्ञान की ही तरह हस्तरेखा विज्ञान भी वह जरिया हैं जिससे आप अपने भविष्य के बारे में जान सकते हैं। हस्तरेखा विज्ञान की दुनिया में माना जाता हैं कि आपके हाथ पर तिल का स्थान आपके भविष्य के बारे में गहन अंतदृष्टि प्रकट करता हैं।

हस्तरेखा शास्त्र में पुरुषो का कौन सा हाथ देखे ,
हस्तरेखा विज्ञान में हस्तरेखा पढ़ने के लिए उपयोगी हाथ व्यक्ति के लिए के आधार पर अलग -अलग हो सकते हैं पुरुषो के लिए परम्परागत रूप से दाहिना हाथ हथेली पढ़ने के लिए उपयोगी होता हैं। ऐसा इसलिए हैं क्योकि ज़्यादातर पुरुषो के लिए दाहिना हाथ प्रमुख हाथ होता हैं।

हस्तरेखा शास्त्र हथेली कि रेखाओ उंगलियों के आकार और भावनात्मक स्थिरता के मांध्यम से पराम् जीवन कि भविष्यवाणी कर सकता हैं ह्रदय रेखा और छोटी उंगली के नीचे कि रेखा प्रेम को दर्शाती हैं। लम्बी और स्पष्ट ह्रदय रेखाए दृढ़ भक्ति का संकेत देती हैं। जबकि सीधी ह्रदय रेखाए तर्कसंगतता दर्शाती हैं ऊपर की और मुड़ी हुई रेखाए खुलेपन और आकर्षण का संकेत देती हैं जबकि नीचे की ओर झुकी रेखाए भावनाओ को व्यक्त करने में कठिनाई का संकेत देती हैं ह्रदय रेखा के अंत या शुरुआत में शाखाए त्याग या महान का प्रतिक हैं। मंगल बुध ओर शुक्र पर्वत रिश्तो और जूनून पर प्रभाव डालते हैं। प्रेम जीवन में संगल लोगो का अच्छे कर्म और विचार प्रक्रिया से दूर किया जा सकता हैं।