हरदोई पहुंचे , उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से पीड़ित ने अपने पत्नी व बच्चों को बचाने की करी अपील !

रीडर टाइम्स क्राइम ब्यूरो
शिवधीश त्रिपाठी

हरदोई जिले के अरवल थाना क्षेत्र का है जहां एक पीड़ित अपनी बीवी एवं बच्चों को ढूंढने की एवं आरोपियों को सजा देने के लिए FIR लिखने की विनती करता हुआ अचानक उपमुख्यमंत्री के पास पहुंच गया हरदोई जिले के नारायन धाम में लोकसभा सोशल मीडिया वॉलिंटियर्स को लेकर एक आयोजन किया जा रहा था। जिसमें मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक आए हुए थे अवध क्षेत्र के जिला अध्यक्ष कमलेश मिश्रा एवं 31 लोकसभा हरदोई के प्रत्याशी जयप्रकाश रावत एवं हरदोई के लाल उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल भी मौजूद थे। अपने संबोधन में बृजेश पाठक ने कहा कि जब से केंद्र में मोदी जी की सरकार आई गुंडों माफियाओं मे इस कदर डर समाया हुआ है कि वह हाथों में तख्ती लेकर अपनी जान की सलामती की भीख मांग रहे हैं एवं अपने व्यवसाय को चेंज करते हुए सब्जी बेचने का कार्य करने लगे हैं तमाम कल्याणकारी योजनाओं को गिनाते हुए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने अपने संबोधन में एहसास दिलाया कि कैसे मोदी जी ने एक आम आदमी को₹500000 तक के इलाज की गारंटी दी है कैसे माता बहनों को गैस सिलेंडर देकर उनकी परेशानियों को दूर किया है कैसे किसानों को सम्मान निधि देकर किसानों का सम्मान बढ़ाया है कैसे चोरों एवं लुटेरों को पकड़ कर सलाखों के पीछे पिछले 10 सालों में भेजा गया है एवं इसके बाद उन्होंने हरदोई से सांसद पद के प्रत्याशी जयप्रकाश रावत को भारी मतों से जीताने की जनता से अपील करी, लेकिन आयोजन के बाद जैसे ही उप मुख्यमंत्री अपने मंच से नीचे उतरे सोशल मीडिया एवं पत्रकारों को बाइट देकर अपनी गाड़ी की तरफ जा ही रहे थे तभी अचानक एक लाचार व्यक्ति अपने हाथ में एक कागज पड़े दिखाई दिया वह उपमुख्यमंत्री को देखकर उनके सामने न्याय की गुहार लगाने लगा उसने उपमुख्यमंत्री को बताया कि वह कैसे हरदोई के अरवल थाने में F I R लिखवाने के लिए दर – दर की ठोकरे खा रहा है।

पुलिस उसकी कोई भी मदद नहीं कर रही है उसकी पत्नी एवं बच्चे लापता है उसने विपक्षियों पर उनको कहीं लापता करवाने का आरोप भी लगाया है मामला जमीनी विवाद का बताया जा रहा है अब सवाल यह उठता है जो मंत्री एवं नेता यह कहते नहीं थक रहे हैं कि उनकी सरकार आते ही गुण्डो एवं माफियाओं पर किस तरीके से उत्तर प्रदेश एवं केंद्र की सरकार ने अंकुश लगाया है कि पूरे राज्य से लेकर पूरे देश में गुंडागर्दी खत्म कर दी है लेकिन जब एक लाचार व्यक्ति पुलिस थाने में अपनी समस्या लेकर जाता है तो उसकी समस्या को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस एफआईआर ना लिखते हुए उसका सहयोग नहीं करती है तब यह कैसे कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश राज्य में एवं देश में सारी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चालू हो गई हैं पुलिस एवं प्रशासन पूरी तरीके से जनता का सहयोग कर उनकी समस्याओं को निपटने का कार्य कर रही है, अब देखना यह है कि पुलिस व साशन प्रशासन इसको कितनी गंभीरता से लेता है एवं पीड़ित को कैसे न्याय दिलाता है।