रीडर टाइम्स डेस्क
भारत ने पाकिस्तान से आने वाले सभी सामानों के आयात इंपोर्ट पर रोक लगा दी। सरकार ने शनिवार को नोटिफिकेशन से जारी किया। इसमें कहा गया कि इस बैन से किसी को छूट चाहिए तो सरकार से परमिशन लेनी होगी …

भारत ने आतंकवाद के पनाह का पाकिस्तान को एक बार फिर सबक सिखाने के लिए एक बड़ा फैसला किया। इसके तहत भारत सरकार ने पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की वस्तुओं को सीधे या परोक्ष आयात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से 2 मई को जारी की गई अधिसूचना के अनुसार यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लिया गया। इस रोग के बाद पाकिस्तान से आने वाले किसी भी उत्पाद चाहे वह सीधे आयात हो या किसी तीसरे देश के जरिए परोक्ष रूप से हो इन सभी आयतन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
बता दे की सरकार की तरफ से लगाए गए यहां प्रतिबंध विदेश व्यापार नीति 2023 में नए प्रावधान के रूप में जोड़ा गया। जिसको लेकर विदेश व्यापार महानिदेशालय ने साफ किया है कि अगर किसी मामले में आयात और अनुमति दी जाती है तो उसके लिए भारत सरकार के विशेष मंजूरी जरूरी होगी।
इसी बीच मध्य प्रदेश के जबलपुर और महाराष्ट्र के चंद्रपुर और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई। मैनेजमेंट ने कर्मचारियों से कहा कि या मुश्किल वक्त राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए काम नहीं रुकना चाहिए।
भारत से क्या-क्या चीज आती है पाकिस्तान –
दोनों देशों के बीच व्यापार प्रतिबंध होने से पहले भारत मुख्य रूप से कपास , केमिकल ,फूड प्रोडक्ट्स ,दवाइयां और मसाले निर्यात करता था। इसके अलावा चाय , कॉफी ,रंग, प्याज, टमाटर ,लोहा ,इस्पात ,चीनी ,नमक और ऑटो पार्ट्स जैसी चीज भी तीसरे देश के माध्यम से भेजता था।
पाकिस्तान से भारत क्या-क्या आता था –
पहले सीमेंट , जिप्सम ,फल, तांबा और नमक जैसे उत्पाद आयात होते थे लेकिन 2019 के बाद आयात लगभग सुनते होंगे 2024 में पाकिस्तान से भारत का आयात मात्र 48 लाख डॉलर रहा यहां सिर्फ जरूरी चीज जैसे सेंधा नमक और मुल्तानी मिट्टी ही मांगता था अब यह पूरी तरह से बंद हो चुका है।
भारत-पाकिस्तान के बीच डायरेक्ट ट्रेड –
पुलवामा अटैक से पहले 2008 2018 के बीच जम्मू कश्मीर में एल ओ सी के पर लगभग 7 ,500 करोड रुपए का व्यापार हुआ था जिससे 1.7 लाख दोनों और 66.4 करोड रुपए का रेवेन्यू जेनरेट हुए। हालांकि 2019 में भारत ने इस मार्ग को भी बंद कर दिया क्योंकि खुफिया रैपीडो में अवैध हथियार जाली नोट और नशीली चीज की तस्करी के आशंका जताई गई थी।