कैराना हार के बाद मोदी का मास्टरस्टोर्क,गन्ना किसानो का 20 हजार करोड़ का भुगतान करेगी मोदी सरकार

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देशभर में जारी किसानों की हड़ताल के बीच केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिए जिसमे गन्ना किसानों को बड़ी राहत देते हुए उनका बकाया 20 हजार करोड़ के भुगतान करने का ऐलान किया है| साथ ही सरकार ने चीनी से निर्यात कर भी हटा दिया है| इतना ही नहीं मोदी सरकार चीनी मिलों को किसानों का बकाया अदा करने के लिए 8000 करोड़ रुपये से ज्यादा का पैकेज देने वाली है।

अगर आंकड़ों की मने तो 22 हजार करोड़ का चीनी मिलो पर बकाया है| इसमें आधे से ज्यादा रकम यूपी के गन्ना किसानों की बकाया है| सरकार ने किसानो को रहत देने की घोषणा करते हुए कहा है| गन्ने के लिए 30 लाख टन का बफर स्टॉक बनाया जायेगा| और इसके लिए सरकार किसानो के बकाया 20 हजार करोड़ का भुगतान भी करेगी| सरकार को उम्मीद है कि बफर स्टॉक के जरिए चीनी की सप्लाई को कम किया जा सकेगा| ऑल इंडिया किसान संघर्ष समिति ने सरकार की ओर से लिए गए फैसले पर कहा कि इन सब के पीछे कैराना हार का असर है| सरकार कॉरपोरेट के हाथों खेल रही है| चीनी मिलों को बकाए राशि का भुगतान करना है|

क्या तय होगा अब चीनी का न्यूनतम मूल्य

मौजूदा हालत में 1 किलो चीनी कि कीमत 25 रूपये किलो है जबकि इसको तैयार करने कि लागत 30 रुपये किलो आती है| बफर स्टॉक बनाने पर करीब 1200 करोड़ रुपये की लागत आएगी। चीनी मिलें यह स्टॉक अपने पास रखेंगी और सरकार रख-रखाव के साथ ही बाकी खर्चों का वहन करेगा। सूत्रों के मुताबिक इस पैकेज में एथनॉल कपैसिटी बढ़ाने के लिए 4400 करोड़ रुपये से ज्यादा की योजना है। जिसकी बदौलत गन्ना किसानों को समय पर बकाया भुगतानकरने में मदद मिलेगी।

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साथ ही सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि चीनी का न्यूनतम मूल्य अब 29 रुपये किलो कि जाएगी| जबकि किसानो के मुताबिक यह मूल्य 34-35 रुपये किलो कि जनि चाहिए| चीनी के दाम तय करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि चीनी की कीमतें पूरी तरह नियंत्रण में रहें और सालभर चीनी की पर्याप्त आपूर्ति को बरकरार रखा जाए।’ चीनी व्यापारियों को राहत देने के लिए सरकार चीनी निर्यातकों को उत्पादन पर प्रोत्साहन राशि भी देने जा रही है| इस साल चीनी का बंपर उत्पादन होने और कीमतों में आई गिरावट को देखते हुए सरकार उसका निर्यात बढ़ाना चाहती है|

आखिर सरकार ने क्यों लिया यह फैसला

आपको बता दे कि मन जा रहा है कि वेस्ट यूपी के कैराना और नूरपुर में हुए उपचुनावों में बीजेपी को विपक्ष से शिकस्त झेलनी पड़ी है। समाजवादी पार्टी-आरएलडी के कैंडिडेट को यहां जीत हासिल हुई है। गन्ना किसानों की नाराजगी को बीजेपी की हार की एक अहम वजह बताया जा रहा है। आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने भी जीत के बाद दिए बयान में कहा था कि कैराना में जिन्ना हारा और गन्ना जीता है।

दूसरी ओर किसानो की 10 दिवसीय हड़ताल का आज चौथा दिन है | इस आंदोलन के कारण सब्जियों, दूध आदि के दामों में बढ़ोतरी के आसार दिख रहे हैं, पिछले तीन दिनों से अभी तक किसानों ने शांतिपूर्वक आंदोलन किया| राष्ट्रीय किसान महासंघ ने 130 संगठनों के साथ मिलकर विरोध-प्रदर्शन और हड़ताल की हुई है