सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच शुरू हुआ, अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना

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जम्मू बेस कैंप से कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था बुधवार सुबह रवाना कर दिया गया। दुर्लभ यात्रा के लिए इस साल करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण कराया है। इस यात्रा को जम्मू-कश्मीर के चीफ सेक्रटरी बीवीआर सुब्रमण्यम, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार बीबी व्यास और विजय कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा में शामिल होने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं।

पहले जत्थे में 2995 श्रद्धालु शामिल थे जो 113 वाहनों पर सवार होकर गए। बालटाल रूट से 971 श्रद्धालु रवाना हुए जिसमें 780 पुरुष, 190 महिलाएं और एक बच्चा शामिल था। पारंपरिक रूट पहलगाम से यात्रा करने के लिए 2024 श्रद्धालु रवाना हुए जिसमें 1554 पुरुष, 330 महिलाएं, 20 बच्चे और 120 साधु शामिल थे। श्रद्धालु तिरंगा लेकर श्रीनगर रवाना हुए हैं| कश्मीर में तनाव के चलते इस बार अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाने के साथ ही ड्रोन और मोटर साइकल स्क्वॉड भी यात्रियों की तैनाती में लगाए गए हैं| मोटर साइकल स्क्वॉड में आधुनिक उपकरणो से लैस सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए है जो किसी आपातकालीन स्थिति में तुरंत ऐक्शन कर सकते हैं| श्रद्धालुओं का कहना है कि हम बहुत खुश है| हम किसी से डरते नहीं हैं| हमारी सेना हमारी सुरक्षा कर रही है तो डर किस बात का|

यात्रा के साथ पहली बार सीआरपीएफ का विशेष मोटर साईकल दस्ता भी गया है जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा का ख्याल तो रखेगा ही, साथ ही एक छोटी एम्बुलेंस की तरह भी काम करेगा। जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और यात्रा के दोनों रूटों पहलगाम और बालटाल पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा 28 जून से शुरु हो रही है। यात्रा के पहले दिन वीरवार को पवित्र गुफा में राज्यपाल एनएन वोहरा पूजा अर्चना करेंगे। दो महीने की यात्रा 26 अगस्त रक्षा बंधन वाले दिन समाप्त होगी। पहले जत्थे में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं में भारी उत्साह नजर आया। यात्री निवास भगवती नगर जय जय बाबा बर्फानी के जयकारों से गूंजता रहा।

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इसके साथ ही तीर्थयात्रियों द्वारा लिये गए प्रीपेड मोबाइल नम्बरों की वैधता भी सात दिन से बढ़ाकर 10 दिन कर दी गई है. इस साल की तीर्थयात्रा के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ और सेना से करीब 40 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. पिछले साल कुल 2.60 लाख तीर्थयात्रियों ने गुफा में दर्शन किये थे. वर्तमान रास्ते की क्षमता और तीर्थयात्रा क्षेत्र में उपलब्ध अन्य आधारभूत ढांचे को ध्यान में रखते हुए श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड ने प्रतिदिन 7500 तीर्थयात्रियों को प्रत्येक रास्ते पर इजाजत देने का निर्णय किया है|

पहलगाम से अधिकतर पंजीकरण

यात्रा पंजीकरण की प्रक्रिया एक मार्च से शुरू हुई थी। जम्मू कश्मीर बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और येस बैंक की 440 शाखाओं में पंजीकरण की व्यवस्था की गई थी। करीब 1200 से अधिक श्रद्धालुओं ने हर दिन पंजीकरण करवाया। सबसे अधिक पंजीकरण उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा से श्रद्धालुओं ने करवाया है। अधिकतर यात्रियों ने पारंपरिक यात्रा के रूट पहलगाम से पंजीकरण करवाया है। ग्रुप पंजीकरण करवाने वाले ग्रुपों की संख्या 225 है।