लखनऊ में आयकर विभाग ने कारोबारी के घर मारा छापा, जब्त किया 10 करोड़ कैश और 100 किलो सोना

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आयकर विभाग ने हवाला कारोबारी के घर से 9.05 करोड़ रुपये कैश और 100 किलो सोना बरामद कर जब्त कर दिया है। दो दिनों तक चली इस छापेमारी में जमीन के कारोबार, सूद और विदेशों में निवेश से जुड़े कई अन्य दस्तावेज भी मिले हैं। कारोबारी के 98 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का खुलासा भी हुआ है। आयकर विभाग की यह यूपी में अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है। जांच अब भी जारी है, अभी कई लॉकर खोले जाने हैं।

आयकर विभाग ने प्रिंसिपल डायरेक्टर (जांच) यूपी अमरेंद्र कुमार के निर्देशन में एडिशनल डायरेक्टर(जांच) लखनऊ पूजा राज और एडीआईटी रवि मेहरोत्रा ने मंगलवार को हवाला कारोबारी कन्हैया लाल रस्तोगी के छह ठिकानों पर छापेमारी की। जो रस्तोगी एंड संस के नाम से हवाला कारोबार के अलावा सर्राफ का भी काम करता है।

जानकारी के मुताबिक, बुधवार (18 जुलाई) को शुरू हुई छापेमारी के दौरान ये खुलासा हुआ कि ‘रस्तोगी बंधु’ के नाम से हवाला का कारोबार और सर्राफ का धंधा चलता है| ‘रस्तोगी बंधु’ के पुश्तैनी सूदखोरी के धंधे में 60 करोड़ रुपये से अधिक खपाए जाने का खुलासा हुआ भी है| ये छापेमारी आयकर (जांच) इकाई की लखनऊ और इलाहाबाद की टीम ने संयुक्त रूप एडीआईटी रवि मल्होत्रा के नेतृत्व में की गई|

इसमें कन्हैया लाल रस्तोगी के अलावा उसकी पत्नी अनीता रस्तोगी और उनके दो बेटों उमंग रस्तोगी व तरंग रस्तोगी भी निदेशक हैं। इनकी सूद, रियल इस्टेट और भट्ठे आदि की भी कई कंपनियां हैं। विदेशों में कई बड़े प्रोजेक्ट में निवेश किए हैं। आयकर की छह टीमों ने कारोबारी के लखनऊ के अलावा मुम्बई में भी कुल छह ठिकानों पर छापेमारी की।

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आयकर विभाग के प्रवक्ता एवं डिप्टी कमिश्नर (जांच) जयनाथ वर्मा के मुताबिक, कन्हैया लाल रस्तोगी और बेटे के घर से 8.08 करोड़ की नकदी एवं 50 किलो सोने के बिस्किट और दो किलो सोने के गहने बरामद हुए| जबकि संजय रस्तोगी के घर से 1.13 करोड़ रुपये एवं 11.64 किलो सोना बरामद हुआ| इसमें से 8 करोड़ रुपये कन्हैया लाल रस्तोगी और 1.05 करोड़ रुपये संजय रस्तोगी के जब्त कर लिए गए| जबकि ‘रस्तोगी बंधु’ का करीब 50 किलो सोना पूरा जब्त कर लिया गया| आयकर विभाग ने इनके कागज न दिखा पाने के चलते जब्त कर दिया। कारोबारी कोई भी एकाउंट बुक नहीं दिखा सके। कई ऐसे कागजात भी जब्त किए गए जिनमें अघोषित लेनदेन का ब्यौरा दर्ज था।