‘यूनानी निदेशक’ को हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार करवाते हुए तलब करने की मांग


पत्रकार सौरभ सैनी
रीडर टाइम्स न्यूज़
अनशनकारी यूनानी फार्मासिस्टों ने सदस्या भारत सरकार राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग नई दिल्ली को पत्र भेजते हुए मांग की है कि तत्काल सुनवाई की तिथि सुनिश्चित करते हुए निदेशक यूनानी सेवाएं उत्तर प्रदेश लखनऊ को हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार करवाते हुए तलब करने की कार्रवाई करें। क्योंकि उक्त निदेशक ने सिर्फ और सिर्फ मामले को उलझाए हुए हैं , राज्य से लेकर केंद्र स्तर तक अपने कृत्यों से शर्मसार किए हुए हैं, असंवैधानिकता कि सारे हदें पार कर चुके हैं। ज्ञात हो कि जुलाई 2021 में निदेशक से जांच आख्या रिपोर्ट मांगी गई थी लेकिन अभी तक नहीं दी गई। शिकायतकर्ता अनिल कुमार गौतम द्वारा पुनः नवंबर 2021 में आयोग से पत्राचार किया गया था जिस को संज्ञान में लेकर आयोग ने तत्काल निदेशक को पत्र प्रेषित किया और 7 दिन के अंदर रिपोर्ट भेजने को कहा, लेकिन निदेशक ने नहीं भेजा। जिसके बाद उत्तर प्रदेश शासन ने निदेशक को उक्त पत्र पर तत्काल स्पष्ट आख्या मांगा वह भी शीर्ष प्राथमिकता और समयबद्ध करते हुए लेकिन निदेशक ने फिर भी रिपोर्ट नहीं दिया। वहीं मार्च 2022 में मुख्यमंत्री द्वारा मांगे गए पत्र के जवाब में निदेशक गोल मटोल जवाब दे रहे हैं और कार्यवाही से बच रहे हैं । अभ्यर्थियों की मांग है कि माननीय मुख्यमंत्री जी तत्काल सख्त से सख्त जांच करें।