रीडर टाइम्स डेस्क
महाराष्ट्र के मालेगांव ब्लास्ट केस मेंएनआईए स्पेशल कोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा समेत सातो आरोपियों को बरी कर दिया। इस केस में सात मुख्य आरोपी थे ,इनमें पूर्व भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ,करनाल प्रसाद पुरोहित। रमेश उपाध्याय अजय …

मालेगांव बम धमाके के केस में सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया। पूर्व सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित सभी सात आरोपियों को एनआईए कोर्ट ने बरी किया। इस केस के सभी गवाह अपने शुरुआती दावे से पलट गए थे। इसके चलती किसी को भी दोषी नहीं ठहराया जा सकता। अब इस मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का बयान आया और उन्होंने खुद को बरी किए जाने को भगवा की जीत बताया यह कहते हुए वह अदालत में बेहद भावुक हो गई और रो पड़ी साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि अदालत का यह फैसला मेरी ही नहीं बल्कि भगवा की जीत है साध्वी प्रज्ञा सिंह और कर्नल पुरोहित की इस मामले में काफी चर्चा हुई थी यही नहीं साध्वी प्रज्ञा ने हिंदुत्व के नाम पर खुद के उत्पीड़न का आरोप तत्कालीन यूपीए सरकार पर लगाया था।
अदालत ने फैसला सुनाए जाने के दौरान आज साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और अन्य साथी उपस्थित थे बता दे कि इस केस ने यूपीए सरकार के दौरान बहुत सुर्खियां बटोरी थी पी चिदंबरम ने इस मामले को लेकर हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद जैसे शब्द का जिक्र किया था इसे लेकर संघ परिवार ने कांग्रेस और यूपीए सरकार पर जमकर हमला बोला था माना जाता है कि भगवा आतंकवाद जैसी बात करना ही कांग्रेस के लिए भारी पड़ गया था। शायद उसी का जिक्र करते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने फैसला आने के बाद भगवा की जीत की बात कही।
2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में कोर्ट का फैसला –
श्रीकांत प्रसाद पुरोहित की आवास में विस्फोटकों के भंडारण या संयोजन का कोई सबूत नहीं मिला
घटनास्थल से कोई फिंगरप्रिंट ,डंप डाटा या अन्य कोई जानकारी एकत्र नहीं की गई थी
विस्फोट में कथित रूप से शामिल बाइक का चेसिस नंबर स्पष्ट नहीं था
साबित नहीं हो सका कि विस्फोट से ठीक पहले बाइक साध्वी प्रज्ञा के पास थी
मालेगांव ब्लास्ट केस में कब-कब क्या हुआ –
धमाका और शुरुआती जांच
29 सितंबर 2008 को मालेगांव में बीकू चौक पर एक दो पहिया वाहन में बम विस्फोट हुआ जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई और 101 लोग घायल हुए मृतकों में फरहीन उर्फ शगुफ्ता शेख ,लियाकत शेख, मुश्ताक ,युसूफ शेख ,के रफीक मुस्तफा इरफान जियाउल्लाह खान सय्यद अजहर सैयद इंसान और हारुन शाह मोहम्मद शाह शामिल थे।