हरदोई में नही थम रहा मकानों पर जबरिया कब्ज़ा करने का खेल
Jul 01, 2019
शहर में एक अखबार के वरिष्ठ पत्रकार के मकान को कब्जाने की कोशिश
पीड़ित ने कहा , नही मिला न्याय तो कर लेंगे आत्मदाहरिपोर्ट : गोपाल द्विवेदी , रीडर टाइम्स
हरदोई : जब सामाजिक न्याय के ताने-बाने को नेता ही तोड़ने के लिए दबाव बनाएगा और पीड़ित को न्याय नहीं बल्कि अपने स्वार्थ की पूर्ति में लगेगा तो न्याय मिल पाना संभव नहीं होगा। ऐसा ही मामला राजनीतिक दबाव वश एक दैनिक अखबार के वरिष्ठ पत्रकार पूर्ण कुमार गुप्ता बबलू के मकान के हिस्से को अवैधानिक रूप से कब्जाने की कोशिश की जा रही है। राजनीतिक दबाव होने के कारण पुलिस इस मामले पर बैकफुट पर है। वही पीड़ित पूर्ण कुमार गुप्ता ने कहा है कि उसके पास समस्त कागजात और मालिकाना हक की वैधता है उसे न्याय मिलना ही चाहिए यदि उसे न्याय नहीं मिलता है तो वह आत्मदाह कर लेंगे ।
शहर में मकान कब्जा करने का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। बताया जाता है कि पुलिस से गठजोड़ कर शहर में मकान कब्जाए जा रहे है। ताजा मामला कोतवाली शहर इलाके के मोहल्ला बहरा सौदागर पूर्वी का है। मकान मालिक ने एसपी से भी न्याय की गुहार लगाई,पर नतीजा शून्य ही रहा। स्थानीय स्तर पर न्याय न मिलने पर पीड़ित ने मुख्यमंत्री से मिलने की बात कही है। कोतवाली सिटी के मोहल्ला बहरा सौदागर पूर्वी स्थित मकान संख्या 438 निवासी एक अखबार के वरिष्ठ पत्रकार पूर्ण कुमार गुप्ता ने बताया कि उनके मकान के कुछ हिस्से पर सकतपुर निवासी कल्लू सिंह ने कब्जा कर लिया है।
जब मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की तो पुलिस ने मकान के कागजों की जांच पड़ताल करने के उपरांत 03 दिन की मोहलत देते हुए कल्लू सिंह को मकान खाली करने का अल्टीमेटम दिया था। मकान मालिक के अनुसार, कल्लू सिंह ने पुलिस को लिखकर भी दिया व निश्चित समय में मकान खाली कर देगा। हालांकि उसने मकान तो खाली किया पर चाभी मकान मालिक को नही दी, और कुछ असलहाधारी व्यक्ति व महिलाएं मकान में रहने लगे।
असलहाधारी लोगों द्वारा निरंतर मकान मालिक डरा धमकाकर दहशत पैदा की जा रही है। इससे स्पष्ट है कि वह मकान खाली नही करेगा। मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई पर जिसके बाद मकान मालिक की कोई सुनवाई नही हुई। बताया जा रहा है कि मकान कब्जाने वाले कल्लू सिंह के पीछे एक राजनैतिक व्यक्ति लगा हुआ है। उसने पुलिस को दबाव में लेकर अनाधिकृत रूप से मकान कब्जा करने की फिराक में है। मकान मालिक का ये भी कहना है कि वह न्याय के लिए सीएम योगी से भी मिलेंगे फिर भी न्याय न मिला तो आत्मदाह कर लेंगे। बहरहाल पीड़ित के पास न्याय की अंतिम आशा मुख्यमंत्री के दरबार पर ही रह गई है क्योंकि स्थानी पुलिस पीड़ित की बात को गंभीरता से नहीं ले रही है।