संवाददाता अमित पांडेय
रीडर टाइम्स
1- बागों में नहीं पहुंच रहे व्यापारी
2- बिक्री को लेकर व्यापारियों के मन में असमंजस बरकरार
लखनऊ: पूरी दुनिया को लखनऊ के आम का इंतजार रहता है यहां के दशहरी की महक विदेशों तक फैली हुई है lलेकिन अपने बेजोड़ स्वाद के लिए मशहूर दशहरी भी कोरोना महामारी की भेंट चढ़ती हुई दिख रही है l प्रशासन ने फलों के राजा की अगवानी की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं l लेकिन व्यापारियों के बागों तक न पहुंचने से आम किसान की हालत काफी चिंताजनक है l कोरोना की मार आम किसानों पर पड़ रही है l आने वाले 3 माह तक फलों का राजा आम मंडियों की रौनक बना रहता था l लेकिन इस बार हालात बिल्कुल अलग है l पूरे देश में लॉक डाउन के चलते व्यापारी आम किसानों के बागों में अभी तक नहीं पहुंचा है जब की फसल टूटने वाली हो चुकी है l आम किसान बौर के आते ही अपनी फसलों को व्यापारी के हाथों बेच देता थाऔर आगे व्यापारी अपने सुविधानुसार फलों की टूट करवाकर मंडियों का रुख करता था l लेकिन इस बार आम तैयार है लेकिन व्यापारी आम के बागों तक नहीं पहुंच रहा है क्योंकि उसको आगे की बिक्री पर कोई भरोसा नहीं है l कोरोना संक्रमण के चलते लोग घरों से बाहर नहीं आ रहे हैं सो हर फल की बिक्री बेहद निचले स्तर पर है l ऐसे में आम की बाग की खरीद करने से व्यापारी कतरा रहे हैं l लेकिन व्यापारियों कीइस मजबूरी के चलते आम किसानों की स्थिति बेहद दयनीय होती जा रही है l वह रात रात जागकर जिस फसल को बचाकर पा रहे हैं उसका कोई भी खरीदार उन तक नहीं पहुंच रहा है l जबकि सरकार ने मंडियों को आम की बिक्री के लिए पूरी तरह से तैयार कर दिया है l आम की बिक्री के लिए मंडी को दो चरणों में बांटा गया है इस बार कच्चे आम और पक्के आम की बिक्री के दो अलग-अलग समय श्रेणियां तय की गई है l जिससे मंडी में एक साथ भीड़ न जमा हो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा सके l मंडियों में कच्चा आम रात के 8 बजे से सुबह 4 बजे तक और सुबह 10बजे से दोपहर2 बजे तक पक्के आम की बिक्री की जा सकेगी l लखनऊ में रोजाना 7 से 8हजार क्विंटल आम की बिक्री की जाती है l क्योंकि मलीहाबादी दशहरी की सबसे ज्यादा मांग रहती है l इसलिए जब तक दशहरी मंडी में मौजूद रहता है मंडी में दूसरी वैरायटी के आमों की मांग बेहद कम रहती है l
आम किसानों की समस्या को लेकर सरकार सजग है इसीलिए अभी कुछ दिनों पहले प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आम को मंडी शुल्क से भी मुक्त कर दिया था l सरकार के इस कदम से फल किसानों को राहत पहुंचने की उम्मीद हैl सरकार ने आम की पैकिंग का जिम्मा भी इस बार अपने हाथों में रखा है l आज तक आम की पैकिंग का इंतजाम आम के निर्यातक स्वयं किया करते थे लेकिन इस बार मंडी प्रशासन निर्यातकों को करीब 10,000 पैकिंग बॉक्स देने जा रहा है l इन्हीं बॉक्स में लखनऊ की दशहरी को पैक किया जाएगा और विदेशों में भेजा जाएगा l सरकार के इस कदम से दशहरी की खुशबू प्रदेश से विदेशों को सीधा जोड़ने का प्रयास करेगी l