“नहीं रुक रही दुष्कर्मआरोपियों की वारदाते”

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

झारखंड : नहीं खत्म हो रहा महिलाओ के साथ दुष्कर्म जुर्म के हाथ तो और भी ज्यादा बढ़ते जा रहे हैं और अगर किसी ने जुल्म के खिलाफ आवाज उठायी तो उसके साथ बहुत दुष्कर्म किया जाता हैं और अधिक स्थिति खराब होने के कारण ही हमारा देश पीछे हो रहा हैं! लॉकडाउन के चलते बहुत अपराधजनक कार्य भी हुए हैं महिलाओ की सुरक्षा को लिए लेकर सरकार कर तो बहुत कुछ चुकी हैं लेकिन अभी भी बहुत सी महिलाये दुष्कर्म जुर्म के हाथ में हैं ! ऐसे ही एक मामला सामने आया झारखंड के दुमका में दो आदिवासी महिलाएं बंगलूरू से 25 किलोमीटर दूर कुंबलगोडु पुलिस थाने के बाहर अन्य मजदूरों के समूह के साथ खड़ी थीं ! ताकि उन्हें घर वापस भेजने के लिए कोई मद्दत कर देगा उनके पास कोई पहचान पत्र भी नहीं था ! पर थोड़ी देर के बाद उसी महिला के दफ्तर का एक कर्मचारी मिला पर वही पास में एक थाने का कर्मचारी खड़ा मिला ! जिसके बाद से महिला के साथ हुई दुर्खटना का खुलासा हो पाया

दोनों महिलाओं ने बताया की वो जिस कम्पनी में काम करती थी वह के कर्म चारि ने उन्हें बंधक बनाया था और उनके ऊपर हिंसा के भी होती थी !सूत्रों के मुताबिक बताया पता चला की महिलाये लॉकडाउन के दौरान कुछ दिन तक उसी जंगल में छुपी रही !महिलाओं ने बताया की कंगेरी फैक्ट्री के दो आदमियों ने उनके साथ दुष्कर्म किया ! 23 मई को फैक्ट्री कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था ! और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया ! ३ जून को दोनों महिलाओं ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन लिया और ५ जून को झारखण्ड पहुंची ! वकील महिला राजलक्ष्मी के अनुसार पुलिस ने शुरुआत में मामला दर्ज नहीं किया पर उन्होंने कहा की जांच करेंगे और साथ ही श्रम विभाग ने मुआवजे के रूप में एक लाख रुपये दिए !

पुलिस की जांच में पता चला की पीड़ित महिलाओं से दिन में 15 घंटे काम करवाया जाता था! और हफ्ते में मात्र 200 रुपये दिए जाते थे ! जबकि महीने में नौ हजार रुपये देने की बात हुई थी ! महिलाओं के ऊपर इतने दुष्कर्म हो रहे थे की जब वो जनवरी में पहली बार फैक्ट्री से भाग रही थी तो वह का एक दुष्कर्म व्यक्ति उन्हें जबरदस्ती गाड़ी में वापस ले जा रहा था ! महिलाओ के साथ बहुत ज्यादा दुष्कर्म करते थे उन्हें मारते पीटते भी थे ! इतनी दुष्कर्म हरकते की उनके आधार और फ़ोन भी छिन लिया गया !