डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मुख्यमंत्री ने सिविल हॉस्पिटल का किया निरीक्षण

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

1- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 66वीं पुण्यतिथि पर सीएम ने दी पुष्पांजलि
2- सिविल हॉस्पिटल का किया निरीक्षण डॉक्टरों को इलाज में सतर्कता बरतने के दिए निर्देश

लखनऊ : भारतीय जनसंघ के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 66वीं पुण्यतिथि पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और सिविल हॉस्पिटल का जायजा लेते हुए डॉक्टरों से मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही न बरतने के निर्देश दिए |सारा देश डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 66वीं पुण्यतिथि पर उनको याद कर रहा है | प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिविल हॉस्पिटल पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए| इस मौके पर उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे | जिसके बाद उन्होंने सिविल हॉस्पिटल का निरीक्षण भी किया और ओपीडी में मौजूद मरीजों का हालचाल भी पूछा | आज सिविल हॉस्पिटल में वेंटिलेटर वार्ड का उद्घाटन भी किया ध्यान रहे सोमवार को ही सिविल हॉस्पिटल को 12 वेंटिलेटर मिले हैं जिनकी मदद से सिविल हॉस्पिटल में अब मरीजों के इलाज में आसानी होगी |

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901को कोलकाता के अत्यंत प्रतिष्ठित परिवार में हुआ अपने पिता का अनुसरण करते हुए अल्पायु में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलताएं पाई|”  हम सब एक हैं “की अवधारणा को मानने वाले डॉक्टर मुखर्जी धर्म के आधार पर विभाजन के कट्टर विरोधी थे | डॉक्टर मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मानते थे | धारा 370 के प्रखर विरोधी के रूप में डॉक्टर मुखर्जी 1953 में बिना परमिट के (उन दिनों कश्मीर में घुसने के लिए परमिट बनवाना पड़ता था) कश्मीर यात्रा पर निकल पड़े और दुर्भाग्यवश 23 जून 1953 को रहस्यमई परिस्थितियों में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु हो गई आज भी भारत वासियों के दिल में वह अमर हैं |