धर्मराज को नही बचा पाई उसकी राजनीतिक पहुँच ; बेनीगंज पुलिस ने लगाई चार्जशीट ,

 

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

एक कहावत है कि इंसान को उसके कर्मो का फल मिलता जरूर है।

अब धर्मराज को भी उसकी करनी का फल जल्द ही मिलने वाला है । वह दिन दूर नही जब धर्मराज अपनी पत्नी और बच्चो के साथ जेल की सलाखों के पीछे होगा। हरदोई जनपद के प्रगतिशील किसान धर्मराज सिंह व उसकी पत्नी सुषमा सिंह,व उसके बेटे राजबीर सिंह व मोक्षा पिता धर्मराज सिंह के खिलाफ बेनीगंज कोतवाली में जून 2020 में बक्सखेड़ा की निवासी हाई कोर्ट की अधिवक्ता अंशु सिंह ने गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी।हाई कोर्ट की अधिवक्ता का आरोप था कि, धर्मराज ने कूटरचित दस्तावेज बना कर सण्डीला तहसील प्रशासन की मिलीभगत से वादिनी के परिवार की पुश्तैनी 20.544 हेक्टेयर कृषिभूमि की 2018 में एकतरफा डिक्री करा ली थी। धर्मराज सिंह की राजनीतिक पहुँच कितनी थी उसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि एफआईआर दर्ज होने से लेकर चार्जशीट लगने के छः महीने के अंदर कई आई0ओ0 बदले गए ।आई0ओ0 बार बार बदलने के पीछे मुख्य कारण यह था कि किसी तरह जांच पूरी न हो सके और चार्जशीट न लग पाए। लेकिन अन्तोगत्वा पुलिस अधीक्षक अनुराग बत्स्य की बेनीगंज पुलिस ने राजनीतिक दवाब को दरकिनार कर चार्जशीट लगा दी।आईं0 ओ0 त्यागी ने बतात्या की की उन्होंने अपनी जांच में पाया कि धर्मराज सिंह ने कूटरचित दस्ताबेजो के आधार पर जमीन की डिक्री कराई थी सभी नामजद लोग इस फर्जीवाड़े में दोषी पाए गए है।

हालांकि धर्मराज सिंह ने व धर्मराज को कानूनी कार्यवाही से बचाने वाले तंत्र ने हर प्रयास किया कि किसी तरह से दर्ज कराई गई एफआईआर में चार्जशीट न लगने पाए लेकिन धर्मराज की राजनीतिक पहुँच भी उसको कानूनी कार्यवाही से बचा नही पाई।चार्जशीट लगने के साथ ही अब यह तय हो गया है कि धर्मराज सिंह व उसकी पत्नी व बच्चो की अब किसी भी समय गिरफ्तारी हो सकती है।जब इस संबंध में वादिनी अंशु सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब तक धर्मराज सिंह की गिरफ्तारी नही हो जाती है तब तक उसको व उनके परिवार को जान का खतरा बना हुआ है । अब देखना यह कि धर्मराज सिंह की गिरफ्तारी कब होती है लेकिन इतना जरूर है कि आज नही तो कल निश्चित ही धर्मराज व उसका परिवार जल्द ही सलाखों के पीछे होगा।