इस बीमारी से लड़कियों को हर समय होती रहती है सेक्स करने की इच्छा

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
पुरुषों को कई तरह की सेक्स समस्याएं होती हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी लोगों को इस कारण है, क्योंकि पुरुषों की सेक्स समस्याओं के समाधान के लिए अक्सर बस स्टैंड पर, रेलवे स्टेशन और बिजली के खंभों पर नीम-हकीम, डॉक्टर और वैद्यों के कई तरह के पोस्टर लगे होते हैं जिस पर इन समस्याओं के इलाज के बारे में लिखा होता है। इस कारण से हमें पुरुषों की इन सब समस्याओं को लेकर पता होता है। लेकिन महिलाओं में भी कई तरह की सेक्स समस्याएं होती हैं। जैसे कि कुछ महिलाओं को कामोत्तेजना डिसऑर्डर हो जाता है।

इस तरह की बीमारी में महिलाएं बिना किसी सेक्स गतिविधि के कामोत्तेजना में रहती हैं। बहुत लोगों को यह कोई बीमारी नहीं लगती, लेकिन यह एक बीमारी ही है। इस बीमारी में महिलाएं हमेशा उत्तेजित रहती हैं और वह बार बार सेक्स करना चाहती हैं। यह बीमारी बहुत घातक भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में महिलाएं ज्यादा यौन संबंध बना लेती हैं।

लक्षण:
इस बीमारी का सबसे पहला लक्षण तो यही है कि सेक्स गतिविधि के बिना भी महिलाएं उत्तेजित रहती हैं।
महिला चाहती भी नहीं होंगी, लेकिन उसे कामोत्तेजना रहेगी।
अगर कोई महिला दिन में कई बार सेक्स भी कर लेगी, तो भी आपको कामोत्तेजना रहती है।
इस बीमारी में एक महिला कई घंटों या कई हफ्तों तक कामोत्तेजना में रहने लगती है।
कारण:
डॉक्टर्स के अनुसार, इस तरह की बीमारी महिलाओं में नसों में जलन के कारण हो सकती है। नसों में इतनी जलन होती है कि यह जलन महिलाओं के यौनांगों तक पहुंच जाती है। ऐसे में महिलाओं इस तरह की बीमारी की शिकार हो सकती है।
इसका एक कारण यह भी बताया जाता है कि जब महिलाओं की रीढ़ की हड्डी के एकदम निचले भाग में चोट लग जाए, तो भी महिलाओं को ऐसी समस्या हो सकती है।

बीमारी का इलाज:
इस बीमारी का इलाज संभव है। तंत्रिका को ठीक करके या सिस्ट हटाकर डॉक्टर इस बीमारी को ठीक कर सकते हैं। बस, आपको एक ऐसे डॉक्टर को ही दिखाना चाहिए जिसे इस बीमारी के बारे में पूरा पता हो। इस बीमारी को पहचानना आसान काम नहीं होता। बहुत-सी महिलाओं को इस तरह की बीमारी होती है, लेकिन वह खुलकर इसका जिक्र नहीं कर पातीं।
बहुत-सी महिलाओं को यह बीमारी लगती ही नहीं है। उन्हें लगता है कि सिर्फ यह सामान्य उत्तेजना है, और कुछ नहीं। या फिर बहुत सी महिलाओं को इस बीमारी से तकलीफ ज्यादा होने लगती है, तो भी वह शर्म के मारे डॉक्टर के पास नहीं जातीं; जिससे कि उनकी परेशानी और बढ़ जाती है।