इस साल महा शिवरात्रि का व्रत आठ मार्च को रखा जाएगा।

रिपोर्ट – डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़


फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती हैं। शास्त्रों में भगवान् शिव को समर्पित कई चमत्कारी मंत्र वर्णित हैं लेकिन उनके 108 नमो के जाप का अधिक महत्त्व हैं।

मान्यता अनुसार – महाशिव रात्रि के दिन पूरे विधि विधान से शिव जी की पूजा करने से जीवन में दुःख -दर्द दूर हो जाते हैं। वही इस विशेष दिन शिवलिंग का रुद्रभिषेक का अर्थ हैं। शिव के रूद्र का अभिषेक रुद्राभिषेक के दौरान महादेव के रूद्र अवतार की पूजा होती हैं।

धार्मिक मान्यता हैं की इस तिथि पर भगवान् शिव और माँ पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए चतुर्दशी तिथि को महाशिव रात्रि मनाई जाती हैं। इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 08 मार्च को हैं

माह शिवरात्रि पूजा शुभ मुहूर्त – भगवान शिव का जलाभिषेक 8 मार्च की रात ९ बजकर 58 मिनट से आरम्भ होगा।

शिव रुद्राभिषेक -विधि – संध्या के समय -स्नान आदि से निवृत होकर सबसे पहले गणेश जी का ध्यान करे। रुद्राभिषेक करने वाले व्यक्ति का मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। और फिर पूजा प्रक्रिया शुरू करे इस क्रिया के दौरान अर्पित किया जाने वाला जल या अन्य द्रव्यों को इकठ्ठा कर घर के सभी कोनो और सभी लोगो पर छिड़के और इसे प्रसाद स्वरुप में भी ग्रहण कर सकते हैं।