रीडर टाइम्स डेस्क
दुनिया में सबसे अनमोल और खास रिश्ता मां और बच्चे का होता है यह ऐसा रिश्ता जो जन्म से पहले ही बन जाता है और जीवन भर साथ रहता है बच्चों के जीवन में मां का रोल बेहद अहम होता है क्योंकि वह जीवन में पहले सिख माँ से ही लेता है इसलिए कहीं ना कहीं हमारे हर अंदाज में मां का अंदाज झलकता है।

मां हमारे जीवन में सबसे खास होती है
आज मदर्स डे सेलिब्रेट किया जा रहा है
मां हमारे जीवन का वह हिस्सा है बच्चों के जीवन को संवारने के साथ ही पूरे परिवार का ख्याल निस्वार्थ भावना के साथ करती है बच्चों के लिए मां यह सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि यह एक एहसास हैं। ये दिन पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जाता हैं। हर साल मई का दूसरा रविवार दुनिया भर के माता के नाम कर दिया जाता है। इसे हम मदर्स डे के रूप में मनाते हैं इस दिन बच्चे अपनी मां के लिए प्यार , आभार और सम्मान व्यक्त करते है। संतान चाहे कितना भी बड़ा क्यों ना हो जाए। अपनी मां के लिए वह छोटा सा बच्चा ही होता है। ऐसे में बच्चों को भी चाहिए कि वह अपनी मां को प्यार और सम्मान दे। इस दिन उनके लिए कुछ खास प्लानिंग करें कोई गिफ्ट देकर कोई भी कार्ड बनाकर कोई खास शब्दों में मन को धन्यवाद कहे और उन्हें स्पेशल फिर कराया जाता है इन सब के बाद भी क्या आपने कभी यह सोचा है कि मदर्स डे मई के दूसरे रविवार को ही क्यों मनाया जाता है क्या यह दिन यूं ही तय कर दिया गया या इसके पीछे कोई खास वजह है।]

कब हुई थी मदर्स डे मनाने की शुरुआत –
इस दिन को मनाने की शुरुआत एना रीव्स जार्विस ने की थी कहा जाता है कि इस दिन के जरिए एना अपनी मां और एन रीव्स जार्विस को श्रद्धांजलि देना चाहती थी उनकी मां गृहयुद्ध के समय एक एक्टिविस्ट की तरह काम करते थी। जब 1904 में उनकी मौत हो गई। तो उनकी याद में पहली पुण्यतिथि पर वेस्ट वर्जीनिया ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इसमें कई महिलाएं भी शामिल थी जो महिलाएं मां बन चुकी थी। उन्हें 500 से ज्यादा व्हाइट कार्नेशन फूल दिए गए। यह उनकी मां का पसंदीदा फूल हुआ करता था। इसके बाद उन्होंने फैसला किया कि हर साल मदर्स डे मनाया जाना चाहिए। 1914 में अमेरिका के राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने आधिकारिक रूप से मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे घोषित कर दिया।

मदर्स डे का महत्व –
मां को सम्मान और प्यार देने का मौका
मां के योगदान को याद करने का दिन
मां बच्चों के रिश्ते को और मजबूत करने का मौका
समाज में मातृत्व की भूमिका को उजागर करने का माध्यम