रीडर टाइम्स डेस्क
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार रात को अचानक ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया उन्होंने दिन में राज्यसभा की चेयर संभाली और कई मीटिंग को में भी हिस्सा लिया ऐसे में किसी को अंदाजा नहीं था कि आज के दिन ही वह अपना पद छोड़ देंगे …

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को जगदीप धनखड़ ने देर श्याम उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे इस्तीफे में जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं तुरंत प्रभाव से उपराष्ट्रपति का पद छोड़ रहा हूं उन्होंने इसकी वजह अपनी सेहत को प्राथमिकता देना और चिकित्सा सलाह का पालन करना बताया धनखड़ का कार्याकाल अगस्त 2027 में पूरा होना था और लगभग 2 साल पहले ही उनके अपने पद से अचानक इस्तीफा देने से तमाम तरह से सियासी प्रयास लगाए जा रहे हैं।
सोमवार को पूरे दिन राज्यसभा में सक्रिय थे –
इससे पहले सोमवार को धनखड़ पूरे दिन राज्यसभा में सक्रिय थे सुबह उन्होंने विपक्ष को संसद को संवाद एवं चर्चा का सकारात्मक मंच बनाने की नसीहत दी और दोपहर बाद जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के नोटिस को स्वीकार करते हुए पूरी प्रतिक्रिया को स्पष्ट किया जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ पेश महाभियोग के नोटिस में एक सांसद के दोहरे दस्तखत पर जांच बैठाने की भी घोषणा की थी।
धनखड़ ने बीच कार्यकाल में छोड़ा पद –
पीएम मोदी की अगवाई वाले एनडीए ने पश्चिम बंगाल के तत्कालीन राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ को साल 2022 में उपराष्ट्रपति चुनाव में उतारा था। 6 अगस्त 2022 को हुए उपराष्ट्रपति के चुनाव में जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अलवर को हराया था। धनखड़ गोकुल 725 में से 528 वोट मिले थे जबकि अलवर को 182 वोट में थे जगदीप धनखड़ देश के 14 उपराष्ट्रपति के रूप में 10 अगस्त को शपथ ली थी।
प्रधानमंत्री ,कैबिनेट सदस्यों और सांसदों का आभार जताया –
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने लिखा कि चिकित्सकों की सलाह और स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देते हुए मैं संविधान से अनुच्छेद 67 ए के तहत तत्काल प्रभाव से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहा हूं। धनखड़ (74 )ने अगस्त 2022 में पद संभाला था। पेशे से वकील धनखड़ उपराष्ट्रपति चुने जाने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे धनखड़ ने राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट के सदस्यों के अलावा सभी सांसदों का आभार जताया।
उन्होंने लिखा मेरी कार्यकाल के दौरान महामहिम राष्ट्रपति से मिले सहयोग और शाम शानदार कामकाजी संबंधों के लिए मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं मैं प्रधानमंत्री और उनके पूरे मंत्रिमंडल के प्रति भी कृत्य गत्य व्यक्त करता हूं प्रधानमंत्री से मिला सहयोग व समर्थन मूल्य था उनसे मैं बहुत कुछ सीखा संसद के सभी सदस्यों से मुझे जो गर्म जोशी भरोसा उसने मिला उसे में हमेशा संजोकर रखूंगा और यह मेरी यादों में रहेगा।