आगरा की बहने कुर्बान होने को थी तैयार , कहा अल्लाह ने मकसद दिया

रीडर टाइम्स डेस्क
आगरा में दो सगी बहनों के धर्मांतरण मामले में पुलिस ने गैंग मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान समेत 11 लोगों को अरेस्ट किया। आगरा पुलिस और एटीएस ने इनसे बंद कमरे में अलग-अलग पूछताछ की जो कुछ सामने आया वह बेहद चौंकाने वाला था …

यूपी के आगरा में पुलिस ने बड़े अवैध धर्मांतरण सिंडिकेट का पर्दाफाश किया। इस गैंग के सरगना अब्दुल रहमान कुरैशी समेत करीब दर्जन भर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में पता चला कि यह गैंग अब तक सैकड़ो लोगों का धर्मांतरण करा चुके हैं इसके तार कई राज्यों तक फैले हुए वहीं अब्दुल रहमान के बारे में पता चला कि वह खुद कन्वर्टेड मुस्लिम है।

आगरा के सदर निवासी कारोबारी की दोनों बेटियों की सोमवार को काउंसलिंग कराई गई। उन्हें अच्छे और बुरे का भेद बताया गया। वह घर वापसी के लिए तैयार नहीं है उन्होंने शर्त रखी कि पहले पकड़े गए सभी लोगों को छोड़ा जाए। इस पर मां-बाप के साथ पुलिसकर्मी उन्हें समझाने में लगे हुए मनोवैज्ञानिक का भी सहारा लिया जा रहा है इसे उनके घर लौटने की उम्मीद है बेटियों से मिलकर माता-पिता भावुक हो गए।

सोमवार को बेटियों की काउंसलिंग के दौरान माता-पिता भी पहुंचे थे। धर्मांतरण गिरोह में फांसी बेटियों को फिर से अपने घर लाने के लिए वहां की जान से जुड़े हैं वहीं पुलिस प्रयास में लगी हुई है पुलिस ने पहले अकेले दोनों की काउंसलिंग कराई बाद में माता-पिता से भी सामना कराया कभी बेटियां तो कभी माता-पिता भावुक हो जाते मनोवैज्ञानिक और पुलिस का मानना है कि बेटियां अपने परिवार के प्रति भावुक हैं और कट्टरपंथी से बाहर आ सकती है बहनों में सकारात्मक बदलाव जलाने की उम्मीद है।

पुलिस के मुताबिक धर्मांतरण गैंग का सरगना अब्दुल रहमान कुरैशी पहले हिंदू धर्म को फॉलो करता था वह मूल रूप से फिरोजाबाद जिले का निवासीय पूर्व में उसका नाम महेंद्र पाल जादौन और पप्पू था लेकिन 1990 में वह ईसाई बन गया। इसके कुछ साल बाद इस्लाम स्वीकार कर लिया फिर धर्मांतरण के खेल में शामिल हो गए बताया जा रहा है कि अब्दुल रहमान की पत्नी और दोनों बेटों की पत्नियों भी कॉवेंंटेड मुस्लिम है । यह भी पहले हिंदू ही थी।

अब्दुल रहमान कुरैशी के बारे में जाने –
आपको बता दे कि अब्दुल रहमान फिरोजाबाद के थाना राजावली गांव रामगढ़ का रहने वाला है लगभग 30 वर्ष पहले वह गांव से गायब हो गया था। महेंद्र के पिता प्रेमपाल जादौन ने ग्रामीण जनों को बताया कि बेटा मुंबई रह रहा है गांव से जाने के बाद सिर्फ एक बार महेंद्र वापस घर आया उसका घर खेत सब बिक चुका है। ग्रामीणों के अनुसार अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र के पिता का नाम प्रेमपाल जादौन था। प्रेमपाल के तीन बेटे थे। बड़े बेटे ने एक मुस्लिम महिला से शादी कर ली बीच वाले बेटे की हत्या हो गई और तीसरे नंबर पर था पप्पू और महेंद्र बाद में महेंद्र सिंह चौधरी ने भी धर्म परिवर्तन कर लिया और उसका नया नाम हो गया अब्दुल रहमान।

ग्रामीण बताते हैं कि सोमवार तड़के पुलिस किसी शख्स को मुंह पर कपड़ा बांधकर लाई थी। वह महेंद्र उर्फ अब्दुल रहमान हो सकता है क्योंकि पुलिस प्रेमपाल सिंह के घर आई और वहां रह रहे लोगों से जानकारी ली लोग कहते हैं कि मुंह पर कपड़ा बंधा होने के कारण वह ठीक से पहचान पर लेकिन उन्हें यह जानकारी है कि जिसे पुलिस लाई थी वह महेंद्र ही था।